मेरे बच्चों, मैं चाहती हूँ कि तुम रोज़री की प्रार्थना जारी रखो! मैं चाहती हूँ कि तुम दस आज्ञाओं के लिए प्रायश्चित्त के दस पितरों को पढ़ो, अभी भी ऐसे लोग हैं जो उन्हें नहीं पढ़ते। मैं तुम्हारे साथ हूँ और तुम्हें आशीर्वाद देती हूँ।
मेरे बच्चों, मैं चाहती हूँ कि तुम रोज़री की प्रार्थना जारी रखो! मैं चाहती हूँ कि तुम दस आज्ञाओं के लिए प्रायश्चित्त के दस पितरों को पढ़ो, अभी भी ऐसे लोग हैं जो उन्हें नहीं पढ़ते। मैं तुम्हारे साथ हूँ और तुम्हें आशीर्वाद देती हूँ।
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